Friday, December 5, 2008

हंगामा है (इसलिए) बरपा...


पिछली पोस्ट लिखने के 24 घंटों के भीतर ही ये खबर पढ़ने को मिल गई कि गुलाम अली साहब अब भारत नहीं आ रहे...उन्होंने एक अधिकारी से हुई बातचीत का ज्यादा खुलासा नहीं किया- पर इतना ज़रूर बोले कि ताजा हालात के मद्देनजर उन्हें भारत न आने की सलाह दी गई है। अली साहब ने ये भी कहा कि हालात अच्छे नहीं हैं...एक दफा कराची से वापस लौटते वक्त उनके साथ जहाज की बगल वाली सीट पर बैठने का मौका मिला था- खूब बातचीत हुई थी उनसी...हमारे कुछ खास दोस्तों ने एक बार उन्हें कानपुर में कार्यक्रम के लिए भी बुलाया था...उस कार्यक्रम का जिक्र हुआ उनके, कुछ बातें वो भूल गए थे-पर सारी नहीं। बहुत कुछ उन्हें याद भी था। खैर, फिलहाल तो वो हिंदुस्तान नहीं आ रहे हैं...और आगे क्या होगा, मालूम नहीं? उन्हें भी नहीं-हमें भी नहीं...अफसोस

2 comments:

महुवा said...

अफसोस तो हुआ सुनकर कि ग़ुलाम अली साहब भारत नहीं आ रहे हैं...उनसे पर्सनली मिलने का एक मौका मुझे भी मिल चुका है....2004 में जब वो सैनिक फॉर्म्स में अपने किसी परिचित के घर आए थे...मैं और मेरी दोस्त दोनों उनका इंटरव्यू लेकर आए थे...एक अच्छी याद है उन लम्हों की....

Anil Kumar said...

देखिये दस सिरफिरे कैसे करोड़ों लोगों की सोच और कर्म बदल देते हैं!